Saturday, June 14, 2014

भर दे गोद को हमरी

प्रभु जी हम आये हैं इस तेरे संसार में।
तू भर दे गोद को हमरी अपने गिफ्टों के दान से।
तू है बहुत बड़ा दानी हम भी मांगें तुझसे।
देदे हम को वो सब कुछ जो कुछ चाहें हम तुझ से।
सुना है प्रभु तू ही दिलाता है सब कुछ इस संसार में।
पर हमको मांगना है पड़ता जो भी अपनी हो अरदास।
इसलिए सुन लो विनती ए भगवन हम।
हैं इस जग में अनाथ प्रभु मांगें तेरा हाथ।
मैं तो मांग चुका हूँ तुझसे अब तो पूरी कर दो आस।
सुना है तू करता है भक्त अपनों की हर पल पूरी आस।
तू देदे हमको अपनी दया का दान।
और देदे हम को तू अपनी भक्ति की भी आस।
देदे हमको संसारी गिफ्ट्स जो हम चाहें नाथ।
भर दे झोली भक्त अपने की कर दे पूरी आस।



आपका
अनुभव शर्मा