Monday, March 26, 2018

मेरी नैय्या है तेरे हवाले

डूबतों को बचा लेने वाले मेरी नैय्या है तेरे हवाले। 

लाख अपनों को मैंने पुकारा सब के सब कर गए हैं किनारा। 
और कोई न देता दिखाई सिर्फ़ तेरा ही अब तो सहारा। 
कौन तुझ बिन भंवर से निकाले। मेरी नैय्या है तेरे हवाले। 

जिस समय तू बचाने पे आवे आग में भी बचा कर दिखावे। 
जिस पर तेरी दया दृष्टि होवे कैसे उस पे कहीं आंच आवे। 
अँधियों में भी तू ही संभाले। मेरी नैय्या है तेरे हवाले। 

पृथ्वी सागर व पर्वत बनाये तूने धरती पे दरिया बहाये। 
चाँद सूरज करोंड़ों सितारे फूल आकाश में भी खिलाये। 
तेरे सब काम जग से निराले। मेरी नैय्या है तेरे हवाले। 

बिन तेरे चैन मिलता नहीं है फूल आशा का खिलता नहीं है। 
तेरी मर्ज़ी बिना तो जहाँ में पथिक पत्ता भी हिलता नहीं है। 
तेरे बस में अँधेरे उजाले। मेरी नैय्या है तेरे हवाले। 


प्रस्तुति 
ब्रह्मचारी अनुभव शर्मा 

Thursday, March 15, 2018

हे ज्ञानवान भगवन

हे ज्ञानवान भगवन हमको भी ज्ञान दे दो।

करुणा के चार छींटे करुणानिधान दे दो।
हे ज्ञानवान भगवन हमको भी ज्ञान दे दो।

(सुलझा सकें हम अपने जीवन की उलझनों को)-2 । जीवन की उलझनों को।
प्रज्ञा ऋतम्भरा से बुद्धि का दान दे दो।

अपनी मदद हमेशा खुद आप कर सकें हम।  खुद आप कर सकें हम।
इन बाज़ुओं में शक्ति हे शक्तिमान दे दो। 

उपकार भावना से निर्भीक सत्य वाणी। निर्भीक सत्य वाणी। 
मीठे ही शब्द बोलें  ऐसी ज़बान दे दो। 

दाता तुम्हारे घर में किस चीज़ की कमी है। किस चीज़ की कमी है। 
चाहो तो निर्धनों को दौलत की खान दे दो। 

तुम देवता हो सबकी बिगड़ी बनाने वाले। बिगड़ी बनाने वाले। 
जीवन सफल बने जो थोड़ा सा ध्यान दे दो। 

डर है पथिक तुम्हारा रस्ता ना भूल जाएँ। रस्ता ना भूल जाएँ। 
भक्तों की मंडली में हमको भी स्थान दे दो। 

प्रस्तुति 
ब्रह्मचारी अनुभव शर्मा 

Saturday, March 3, 2018

यज्ञ महिमा

होता है सारे विश्व का कल्याण यज्ञ से
जल्दी प्रसन्न होते हैं भगवान यज्ञ से।

ऋषियों ने ऊँचा माना है स्थान यज्ञ का
भगवान का ये यज्ञ है भगवान यज्ञ के।
जाता है देवलोक में इन्सान  यज्ञ से
जल्दी प्रसन्न-------------------------


जो कुछ भी डालो यज्ञ में खाते हैं अग्नि देव
एक एक के बदले सौ सौ दिलाते हैं अग्नि देव।
बादल बना के पानी भी बरसाते अग्नि देव
पैदा अनाज करते हैं भगवान यज्ञ से।

शक्ति व तेज यश भरा इस शुद्ध नाम में
पूजा है इसको कृष्ण ने भगवान राम ने।
होता है कन्या दान भी इसके ही सामने
मिलती है राज कीर्ति संतान यज्ञ से।

इसका पुजारी कोई पराजित नहीं होता
इसके पुजारी को कहीं भी भय नहीं होता।
होती हैं सारी मुश्किलें आसान यज्ञ से।
जल्दी प्रसन्न -----------------------

चाहे अमीर है चाहे कोई ग़रीब है
जो नित्य यज्ञ करता है वह खुश नसीब है
उपकारी मानव बनता है इस देव यज्ञ से
जल्दी प्रसन्न ------------------------

यूट्यूब पर सुनें - यज्ञ महिमा 

प्रस्तुति
ब्रह्मचारी अनुभव शर्मा