Thursday, March 15, 2018

हे ज्ञानवान भगवन

हे ज्ञानवान भगवन हमको भी ज्ञान दे दो।

करुणा के चार छींटे करुणानिधान दे दो।
हे ज्ञानवान भगवन हमको भी ज्ञान दे दो।

(सुलझा सकें हम अपने जीवन की उलझनों को)-2 । जीवन की उलझनों को।
प्रज्ञा ऋतम्भरा से बुद्धि का दान दे दो।

अपनी मदद हमेशा खुद आप कर सकें हम।  खुद आप कर सकें हम।
इन बाज़ुओं में शक्ति हे शक्तिमान दे दो। 

उपकार भावना से निर्भीक सत्य वाणी। निर्भीक सत्य वाणी। 
मीठे ही शब्द बोलें  ऐसी ज़बान दे दो। 

दाता तुम्हारे घर में किस चीज़ की कमी है। किस चीज़ की कमी है। 
चाहो तो निर्धनों को दौलत की खान दे दो। 

तुम देवता हो सबकी बिगड़ी बनाने वाले। बिगड़ी बनाने वाले। 
जीवन सफल बने जो थोड़ा सा ध्यान दे दो। 

डर है पथिक तुम्हारा रस्ता ना भूल जाएँ। रस्ता ना भूल जाएँ। 
भक्तों की मंडली में हमको भी स्थान दे दो। 

प्रस्तुति 
ब्रह्मचारी अनुभव शर्मा 

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