🕉🇮🇳जैसा परम विद्वान अध्यापक गुरु होता है वैसा विद्वान सुशिक्षित होकर Ruler व सैनिक को योग्य है कि इस सब राज्य की रक्षा यथावत करे - मनु०
ईश्वर उपदेश करता है कि राजा व प्रजा के पुरुष(Leaders, soldiers and civilians) मिल कर सुख प्राप्ति और विज्ञान वृद्धि कारक राजा प्रजा के संबंध रूप व्यवहार में तीन सभा नियत करके बहुत प्रकार के समग्र प्रजा(all people) संबंधी मनुष्यादि प्राणियों को सब ओर से विद्या, स्वातंत्रय, धर्म(धर्म मानव की इंद्रियों में सन्निहित रहता है) सुशिक्षा और धनादि से अलंकृत करें।
ऋग०। 3।38।6।
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